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Saturday, March 28, 2020

Lockdown :लॉक डाउन के बाद मार्मिक सफर.. न घर के ..न घाट के.. सत्ता और इस व्यवस्था के मारे हुए लोग हैं



लॉक डाउन के बाद मार्मिक सफर..

 घर के ..न घाट के ..,सत्ता और इस व्यवस्था के मारे हुए लोग हैं

यह भी सुनिए, गाँव अपने इन बिछुड़ों का इंतज़ार नहीं कर रहे हैं। वहाँ भी लोग इन आने वालों से डरे हुए हैं। बहुत जगह विरोध हो रहा है, बहुत जगह लोग रात के अंधेरों में अपने घरों में पहुंचे हैं।

सड़कों पर ग़रीबों के जो हुज़ूम जिनमें युवा स्त्री-पुरुष, उनके मासूम बच्चे, बूढ़े परिजन शामिल हैं, अपने पुराने ठिकानों की तरफ़ पैदल ही बढ़े जा रहे हैं, वे कोरोना के नहीं, इस सत्ता और इस व्यवस्था के मारे हुए लोग हैं।
क्या मध्यवर्ग भी कभी ऐसी यात्रा करता है कि 1000 किलोमीटर पैदल बिना खाए पिए चलता रहे? वे किसी अनजाने डर से भाग रहे हैं

Lock down  होते ही
देश की इस विशाल श्रमशील आबादी के पांवों तले से ज़मीन खिसक जाती है। कोई बताएगा, फैक्ट्रियों की काल-कोठरियों, किराये के मुर्गी खानों जैसे दड़बों में पड़े रहने वाले इन लोगों के लिए क्या इंतज़ाम थे? फैक्ट्रियों से लतिया दिए गए इन लोगों से पूछिए, शंख-थाली बजाने वालों ने उनकी तनख्वाएं तक मार लीं। बेकाम, बेछत हो गए लोग पुलिस की मार खाने का जोख़िम उठाकर भी अपने गाँवों की तरफ़ पैदल ही न निकल पड़ते तो क्या करते?



नेतृत्व की परीक्षा संकटकाल में ही होती है. इस संकट काल में कोई नेता जनता का मजाक उड़ा रहा है, कोई रामायण देखते हुए अपनी फोटो जारी कर रहा है, कोई घंटी बजाते हुए वीडियो बनवा कर जारी कर रहा है, कोई आरती और श्लोक शेयर कर रहा है. यही इनका महान नेतृत्व है.


आज का यह सफर बहुत ही मार्मिक होते हुए भी,  भविष्य के लिए बहुत कुछ सिखा जाएगा , यह सभी अपने मंजिल पर पहुंचे और रोग मुक्त रहें ! और इनके गांव वालों से एक अनुरोध है कि इनका इलाज या चेकअप कर गांव में शरण दे, आखिर यह भी उसी गांव के  भाई बंधु है ! जितना हक आपका है गांव पर, उतना ही हक उनका भी है ! बस यह महामारी के मारे हुए हैं ,वक्त के सताए हुए हैं अगर आप उनका साथ नहीं देंगे तो फिर कौन देगा! 

Friday, March 27, 2020

Lockdown लगने के बाद एक सफर स्टार्ट हुआ उन गरीब परिवारों के बीच...




सफर तो जिंदगी का हमेशा चलता रहता है कुछ सफर शौकिया होते हैं और कुछ सफर मजबूरी से होते हैं
हमारे देश भारत में लॉक डाउन के बाद एक सफर की शुरुआत होती है
Lockdown लगने के बाद एक सफर स्टार्ट हुआ उन गरीब परिवारों के बीच जो कहीं रोजी-रोटी के लिए किसी ने किसी राज्य में या ,  मेट्रो सिटी ,फैक्ट्री, में वर्क करते थे और वह लॉक डाउन उनकी वजह से अपने घर ना जा पाए, यह सफर उन लोगों का  है जो लॉक डाउन  के बाद पैदल ही सफ़र शुरू कर दिया अपने घर, अपनी मंजिल पर पहुंचने का क्योंकि अगर वहां रुकते तो वह खाए बिना मर जाते हैं, या उनके पास पैसे नहीं थे, अकेलापन था, शायद इसी की तलाश में यह सफर स्टार्ट हो जाता है मेट्रो सिटी से अपने गांव के लिए यह सफर डरावना भी है, मुश्किल भी है, भूख भी है, प्यास भी है, और ऊपर से प्रशासनिक अधिकारियों के सवाल-जवाब लाठी डंडा  से होकर गुजरता है सफर जिंदगी मौत का सफर हैं , उन सभी के लिए जो स्टार्ट कर चुके हैं ! वह बहुत बड़े लोग तो नहीं है वह मजदूर वर्ग है जिसके है जिसके पास रहने के लिए छत नहीं है वह आशियाना ढूंढते हुए अपने घर ,गांव को चल दिए शायद इसी आस में कि दो रोटी घर पर तो मिल ही जाएगी!
इन सभी लोगों को चलते देखकर सभी लोगों के मन में दया भाव तो आ जा रहा है कुछ लोग, कुछ को पानी, बिस्किट दे भी  रहे हैं लेकिन इनका यह सफर वही खत्म होगा जहां इनकी मंजिल है या घर पर पहुंच जाएंगे !
कुछ पुलिस प्रशासनिक अधिकारी कुछ सहायता तो कर दे रहे हैं लेकिन वह सहायता से केवल एक आस भर रही है न कि वह मंजिल को पा रहे हैं! लाचार ,बेबस ,तपती धूप में  कुछ नंगे पांव  , कंधे पर बोझ, बच्चे, औरतें सभी निकल पड़े हैं, भूख प्यास से लड़ते हुए अपने गांव के लिए ,जिंदगी की जद्दोजहद के साथ ! जहां पर उनको सुकून होगा अपनों के पास होने का, मौत को जीतकर पहुंचेंगे! 


समाज का एक संपन्न परिवार जो अपने घरों में कैद है बाहर नहीं जा पा रहा है , वह इन मार्मिक दृश्य को केवल सोशल साइट्स, न्यूज़ चैनल पर देख रहे हैं  शायद वह कुछ सहायता करना चाहते हो किंतु तालाबंदी की वजह से कठपुतली की तरह देख सकता ! क्योंकि सफर उनका है, उन्हें चलना होगा मौत को जीतकर खड़ा होना होगा.
क्योंकि 70 साल के इतिहास में कभी हमारे यहां ट्रेन बंद  नहीं हुई , इस कोरोना वायरस  ने जिंदगी पर लगाम लगा दिया और यह फैसला भी जरूरी था कि लोग बचे , किंतु दूसरी तरफ भूख, बेबसी अपनों से दूर, तनहाई, खाने को ना होना, यह भी एक मार्मिक दृश्य इस समाज में उभरकर सबके सामने आया! 

मनुष्य जाति की विकास यात्रा को कोरोना वायरस ने कुछ पल के लिए रोक दिया है, उसके बाद जो मनुष्य सोचेगा इस यात्रा को लेकर तो उसे ध्यान देना होगा कि हमने प्रकृति के साथ कितना खेला है!
आज का यह सफर बहुत ही मार्मिक होते हुए भी, जो लोग अपने आप पर विजय पाएंगे भविष्य में इसी दृश्य को बताकर जिंदगी का वह मजा लेंगे और कहेंगे कि हमने वह देखा है! यह  यात्रा इतिहास में दर्ज होने वाली यात्रा है !

Wednesday, March 25, 2020

ब्रिटिश प्रिंस चार्ल्स को हुआ कोरोना



कोरोना वायरस ने अब दुनिया के बड़े बड़े लोगो को भी शिकार बनाना शुरू कर दिया है,
इस घटना के बाद अब पूरी दुनिया में कोरोना को लेकर खौफ और बढ़ चूका है!

खबर ब्रिटेन से आ रही है जहाँ प्रिंस चार्ल्स को कोरोना हो चूका है, प्रिंस चार्ल्स में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए ,
इसी कारण उनकी तुरंत जांच की गयी और उनमे कोरोना वायरस  का संक्रमण मिला |
प्रिंस चार्ल्स 71 साल के है, प्रिंस चार्ल्स को अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है!
 71 साल की उम्र होने की वजह से ब्रिटेन के नागरिक को डर सा लगा है कि कहीं उनका राजा इस बीमारी से लड़ पाएगें कि नहीं ,  इस उम्र के लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है,
 कोरोना वृद्ध लोगो पर ज्यादा असर दिखाता है और जितने लोग अब तक इस वायरस से मरे है उनमे ज्यादातर लोग वृद्ध ही है ! 

Symptoms and Prevention of Hantavirus . (हंता वायरस के लक्षण ,बचाव )

नए वायरस ने एक बार फिर चीन की चिंता बढ़ा दी है। इस वायरस का नाम है- हंता वायरस


हंता वायरस रोडेंट जो चूहे की एक प्रजाति है, उसके शरीर में होता है।

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशंस की रिपोर्ट के मुताबिक, ये वायरस अभी तक सिर्फ चीन और अर्जेंटीना में ही पाया गया है। चीन में भी इस वायरस से एक व्यक्ति की मौत हुई है।
 सीडीसी के मुताबिक चूहों के मल-मूत्र से दूर रहें तो इस वायरस का संक्रमण नहीं होगा।
इसका संक्रमण व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं फैलता। इस लिहाज से भारत में अभी इसका खतरा नहीं है।

हंता वायरस के लक्षण :

अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल और प्रेवेंशन(सीडीसी) के मुताबिक हंता वायरस से संक्रमित होने पर

1.   बुखार 101 डिग्री से ऊपर भी हो सकता है!

2.  संक्रमित व्यक्ति के सिर में और शरीर में दर्द होता है!

3.  संक्रमित व्यक्ति को डायरिया की शिकायत हो सकती है!

4.  उल्टी(वोमेटिंग), पेट में दर्द की समस्या हो सकती है!

5.  संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है!

  बचाव:-

इससे बचने का फिलहाल यही तरीका है कि चूहों से दूरी बनाकर रखी जाए। खासकर चूहे के लार, थूक, मल-मूत्र से बच कर रहें।  

Tuesday, March 24, 2020

अभी करोना वायरस खत्म नहीं हुआ तभी एक नया वायरस (Hantavirus) हंता प्रकट हो गया..


ग्लोबल टाइम्स के अनुसार हंता वायरस से एक व्यक्ति की मृत्यु:

अभी चीन करोना वायरस से पूरी तरह मुक्त भी नहीं हुआ था कि एक नया वायरस ने जन्म ले लिया जिसका नाम हंता वायरस बताया जा रहा है और आज उस वायरस की वजह से एक व्यक्ति की मृत्यु की पुष्टि भी हुई है.

 पूरी दुनिया में कोहराम मचाने वाला कोरोना वायरस अभी  खत्म नहीं हुआ था जिसकी कोई वैक्सीन भी नहीं बनी थी जिसका ट्रीटमेंट भी नहीं हो रहा था, तब तक इसी बीच एक नए वायरस का प्रकोप चीन से ही शुरू हुआ है.

ग्लोबल टाइम्स के अनुसार हंता वायरस से पीड़ित व्यक्ति बस से शाडोंग प्रांत लौट रहा था. तभी कोरोना की जांच के दौरान इस वायरस का पता चला. इस बस में कुल 32 लोग थे. सभी यात्रियों की जांच की गई. जब से चीन ने यह जानकारी शेयर की है. तब से सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है.

यूएस सेंटर फॉर डिजीस एंड कंट्रोल के अनुसार: हंता वायरस चूहों के मल, मूत्र, लार, से फैलता है.  हंता वायरस Respiration के द्वारा शरीर में प्रवेश करता है! 

Wednesday, March 18, 2020

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुरुवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे




कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुरुवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट में कहा गया है कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 मार्च 2020 को राष्ट्र को संबोधित करेंगे, जिसमें वह कोविड-19 (COVID-19) से जुड़े मुद्दों और इससे लड़ने की कोशिशों पर बात करेंगे.
देश में कोरोना के अब तक 151 मामले सामने आ चुके हैं और तीन मौतें हो चुकी हैं!
करोना  virus से बचने के लिए जो भी एडवाइजरी जारी की गई है उसको फॉलो करें और ट्रैवल और   भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचे (अवॉइड ) करें!

Thursday, March 12, 2020

दिल्ली के सभी सिनेमा हाल ,सभी स्कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद


Corona virus impact:

राजधानी में कोरोना वायरस (Coronavirus) के फैलाव को रोकने के मद्दनेजर दिल्ली के सभी सिनेमा हाल 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को यह ऐलान किया. दिल्ली के वे सभी स्कूल और कॉलेज भी 31 मार्च तक तक बंद कर दिए गए हैं जिनमें परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं. दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 6 हो चुकी है. दिल्ली में कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया गया है. इससे संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए केजरीवाल सरकार ने व्यापक तैयारी शुरू कर दी है.
दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वायरस के फैलाव को रोकने के लिए एहतियात बरतते हुए अब प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. इसी मद्देनजर दिल्ली सरकार ने 31 मार्च तक राष्ट्रीय राजधानी के सभी सिनेमा थिएटर बंद करने का कड़ा फैसला लिया है.
डब्लूएचओ ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया है. इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने भी इसको महामारी घोषित कर दिया है. दिल्ली के सभी स्कूल और कॉलेज जिनके एग्जाम खत्म हो गए हैं, 31 मार्च तक बंद रहेंगे.

कोरोना वायरस का असर दूसरे क्षेत्रों पर भी साफ दिखाई देने लगा है। खासकर टूरिज्म सेक्टर को इससे हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है। भारतीय टूर ऑपरेटर्स को इससे करीब 500 मिलियन डॉलर (3500 करोड़ रुपए) का नुकसान हो सकता है। अगर ऐसी स्थिति पूरे साल बनी रहती है तो टूर ऑपरेटर्स का नुकसान 2000 मिलियन डॉलर (14000 करोड़ रुपए) तक हो सकता है।
भारतीय दवा कंपनियों की निगाह चीन में कोरोना वायरस की वजह से ऐक्टिव फार्मास्युटिकल्स एनग्रेडिएंट्स (सक्रिय औषधि अवयवों) की आपूर्ति पर पडऩे वाले असर पर है। वित्त वर्ष 2018-19 में चीन की दवा अवयवों के कुल भारतीय आयात में 67.56 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। मूल्य के हिसाब से यह 240.54 करोड़ डॉलर बैठता है। यदि चीन में हालात में जल्द सुधार की शुरुआत नहीं हुई तो घरेलू दवा उद्योग पर इसका असर पड़ सकता है।
दुनियाभर में फैले जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से ट्रैवल इंडस्ट्री (Travel Industry) पर भी काफी खराब असर पड़ रहा है. वायरस की वजह से टूरिज्म इंडस्ट्री को हाल के दिनों में काफी नुकसान उठाना पड़ा है. चीन और यूरोप जाने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. दिल्ली में टूरिज्म इंडस्ट्री को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इसके अलावा कोरोना वायरस का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी काफी नकारात्मक असर पड़ रहा है.
फीसदी तक महंगी हो सकते हैं टेलीविजन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले महीने से कोरोना वायरस की वजह से भारत में रोजमर्रा से जुड़े उत्पाद महंगे हो सकते हैं. दरअसल, चीन से शिपमेंट में देरी होने की आशंका की वजह से दुनियाभर के मार्केट में इन उत्पादों की सप्लाई प्रभावित हो सकती है. यही वजह है कि इनके दामों में बढ़ोतरी के अनुमान लगाए जाने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले महीने यानि मार्च में छोटे साइज की टीवी की कीमतों में 5 फीसदी से 15 फीसदी और बड़े साइज की टीवी की कीमतों में करीब 7 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है. जानकारों का कहना है कि अगर चीन में हालात और बिगड़ते हैं तो अन्य उत्पादों की कीमतों में भी इजाफा हो  सकता है!
कोरोना वायरस की वजह से तमाम दिल्ली वालों ने आजकल बेवजह घर से निकलना बंद कर दिया है। होटल और रेस्तरां इंडस्ट्री पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर में होटल्स और रेस्तरां की सबसे ज्यादा कमाई घरेलू और विदेशी टूरिस्ट्स से होती है। ऐसे में जब कोरोना को लेकर टूरिस्ट्स आने कम हुए हैं, तो रेस्तरां और होटल्स भी इसका नुकसान उठा रहे हैं। दिल्ली में जहां होटल में कमरा मिलना मुश्किल होता था, तो वहीं अब कई रूम खाली पड़े हैं।

Wednesday, March 11, 2020

कोरोना वायरस की वजह से टूरिज्म इंडस्ट्री को करोड़ों को नुकसान, Corona Virus Impact



कोरोना वायरस की वजह से टूरिज्म इंडस्ट्री को करोड़ों को नुकसान : Corona virus impact


कोरोना वायरस का असर दूसरे क्षेत्रों पर भी साफ दिखाई देने लगा है। खासकर टूरिज्म सेक्टर को इससे हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है। भारतीय टूर ऑपरेटर्स को इससे करीब 500 मिलियन डॉलर (3500 करोड़ रुपए) का नुकसान हो सकता है। अगर ऐसी स्थिति पूरे साल बनी रहती है तो टूर ऑपरेटर्स का नुकसान 2000 मिलियन डॉलर (14000 करोड़ रुपए) तक हो सकता है।
भारतीय दवा कंपनियों की निगाह चीन में कोरोना वायरस की वजह से ऐक्टिव फार्मास्युटिकल्स एनग्रेडिएंट्स (सक्रिय औषधि अवयवों) की आपूर्ति पर पडऩे वाले असर पर है। वित्त वर्ष 2018-19 में चीन की दवा अवयवों के कुल भारतीय आयात में 67.56 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। मूल्य के हिसाब से यह 240.54 करोड़ डॉलर बैठता है। यदि चीन में हालात में जल्द सुधार की शुरुआत नहीं हुई तो घरेलू दवा उद्योग पर इसका असर पड़ सकता है।
दुनियाभर में फैले जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से ट्रैवल इंडस्ट्री (Travel Industry) पर भी काफी खराब असर पड़ रहा है. वायरस की वजह से टूरिज्म इंडस्ट्री को हाल के दिनों में काफी नुकसान उठाना पड़ा है. चीन और यूरोप जाने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. दिल्ली में टूरिज्म इंडस्ट्री को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इसके अलावा कोरोना वायरस का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी काफी नकारात्मक असर पड़ रहा है.
    महंगी हो सकते हैं टेलीविजन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले महीने से कोरोना वायरस की वजह से भारत में रोजमर्रा से जुड़े उत्पाद महंगे हो सकते हैं. दरअसल, चीन से शिपमेंट में देरी होने की आशंका की वजह से दुनियाभर के मार्केट में इन उत्पादों की सप्लाई प्रभावित हो सकती है. यही वजह है कि इनके दामों में बढ़ोतरी के अनुमान लगाए जाने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले महीने यानि मार्च में छोटे साइज की टीवी की कीमतों में 5 फीसदी से 15 फीसदी और बड़े साइज की टीवी की कीमतों में करीब 7 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है. जानकारों का कहना है कि अगर चीन में हालात और बिगड़ते हैं तो अन्य उत्पादों की कीमतों में भी इजाफा हो  सकता है!
कोरोना वायरस की वजह से तमाम दिल्ली वालों ने आजकल बेवजह घर से निकलना बंद कर दिया है। होटल और रेस्तरां इंडस्ट्री पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर में होटल्स और रेस्तरां की सबसे ज्यादा कमाई घरेलू और विदेशी टूरिस्ट्स से होती है। ऐसे में जब कोरोना को लेकर टूरिस्ट्स आने कम हुए हैं, तो रेस्तरां और होटल्स भी इसका नुकसान उठा रहे हैं। दिल्ली में जहां होटल में कमरा मिलना मुश्किल होता था, तो वहीं अब कई रूम खाली पड़े हैं।

सिंधिया साहब कांग्रेश छोड़ बीजेपी में गए तो, सोशल मीडिया में एक कविता के माध्यम से उनको ट्रोल किया !

  सिंधिया साहब कांग्रेश छोड़ बीजेपी में गए तो इंटरनेट पर सोशल मीडिया में एक कविता  के माध्यम से उनको ट्रोल किया ! 


रानी बढ़ी कालपी आई, कर सौ मील निरंतर पार,
घोड़ा थक कर गिरा भूमि पर, गया स्वर्ग तत्काल सिधार,
यमुना तट पर अँग्रेज़ों ने फिर खाई रानी से हार,
विजयी रानी आगे चल दी, किया ग्वालियर पर अधिकार.
अँग्रेज़ों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी राजधानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

झाँसी की रानी (Jhansi Ki Rani) - सुभद्रा कुमारी चौहान (Subhadra Kumari Chauhan)


सिंहासन हिल उठे राजवंषों ने भृकुटी तनी थी,
बूढ़े भारत में आई फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फिरंगी को करने की सब ने मन में ठनी थी.
चमक उठी सन सत्तावन में, यह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.


कानपुर के नाना की मुह बोली बहन छब्बिली थी,
लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वो संतान अकेली थी,
नाना के सॅंग पढ़ती थी वो नाना के सॅंग खेली थी
बरछी, ढाल, कृपाण, कटारी, उसकी यही सहेली थी.
वीर शिवाजी की गाथाएँ उसकी याद ज़बानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.


लक्ष्मी थी या दुर्गा थी वो स्वयं वीरता की अवतार,
देख मराठे पुलकित होते उसकी तलवारों के वार,
नकली युध-व्यूह की रचना और खेलना खूब शिकार,
सैन्य घेरना, दुर्ग तोड़ना यह थे उसके प्रिय खिलवाड़.
महाराष्‍ट्रा-कुल-देवी उसकी भी आराध्या भवानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

हुई वीरता की वैभव के साथ सगाई झाँसी में,
ब्याह हुआ बन आई रानी लक्ष्मी बाई झाँसी में,
राजमहल में बाजी बधाई खुशियाँ छायी झाँसी में,
सुघत बुंडेलों की विरूदावली-सी वो आई झाँसी में.
चित्रा ने अर्जुन को पाया, शिव से मिली भवानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

उदित हुआ सौभाग्या, मुदित महलों में उजियली च्छाई,
किंतु कालगती चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई,
तीर चलाने वाले कर में उसे चूड़ियाँ कब भाई,
रानी विधवा हुई है, विधि को भी नहीं दया आई.
निसंतान मारे राजाजी, रानी शोक-सामानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

बुझा दीप झाँसी का तब डॅल्लूसियी मान में हरसाया,
ऱाज्य हड़प करने का यह उसने अच्छा अवसर पाया,
फ़ौरन फौज भेज दुर्ग पर अपना झंडा फेहराया,
लावारिस का वारिस बनकर ब्रिटिश राज झाँसी आया.
अश्रुपुर्णा रानी ने देखा झाँसी हुई वीरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

अनुनय विनय नहीं सुनती है, विकट शासकों की मॅयैया,
व्यापारी बन दया चाहता था जब वा भारत आया,
डल्हौसि ने पैर पसारे, अब तो पलट गयी काया
राजाओं नव्वाबों को भी उसने पैरों ठुकराया.
रानी दासी बनी, बनी यह दासी अब महारानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

छीनी राजधानी दिल्ली की, लखनऊ छीना बातों-बात,
क़ैद पेशवा था बिठुर में, हुआ नागपुर का भी घाट,
ऊदैपुर, तंजोर, सतारा, कर्नाटक की कौन बिसात?
जबकि सिंध, पंजाब ब्रह्म पर अभी हुआ था वज्र-निपात.
बंगाले, मद्रास आदि की भी तो वही कहानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

रानी रोई रनवासों में, बेगम गुम सी थी बेज़ार,
उनके गहने कपड़े बिकते थे कलकत्ते के बाज़ार,
सरे आम नीलाम छपते थे अँग्रेज़ों के अख़बार,
"नागपुर के ज़ेवर ले लो, लखनऊ के लो नौलख हार".
यों पर्दे की इज़्ज़त परदेसी के हाथ बीकानी थी
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

कुटियों में भी विषम वेदना, महलों में आहत अपमान,
वीर सैनिकों के मान में था अपने पुरखों का अभिमान,
नाना धूंधूपंत पेशवा जूटा रहा था सब सामान,
बहिन छबीली ने रण-चंडी का कर दिया प्रकट आहवान.
हुआ यज्ञा प्रारंभ उन्हे तो सोई ज्योति जगानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

महलों ने दी आग, झोंपड़ी ने ज्वाला सुलगाई थी,
यह स्वतंत्रता की चिंगारी अंतरतम से आई थी,
झाँसी चेती, दिल्ली चेती, लखनऊ लपटें छाई थी,
मेरठ, कानपुर, पटना ने भारी धूम मचाई थी,
जबलपुर, कोल्हापुर, में भी कुछ हलचल उकसानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

इस स्वतंत्रता महायज्ञ में काई वीरवर आए काम,
नाना धूंधूपंत, तांतिया, चतुर अज़ीमुल्ला सरनाम,
अहमदशाह मौलवी, ठाकुर कुंवर सिंह, सैनिक अभिराम,
भारत के इतिहास गगन में अमर रहेंगे जिनके नाम.
लेकिन आज जुर्म कहलाती उनकी जो क़ुर्बानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

इनकी गाथा छोड़, चले हम झाँसी के मैदानों में,
जहाँ खड़ी है लक्ष्मीबाई मर्द बनी मर्दनों में,
लेफ्टिनेंट वॉकर आ पहुँचा, आगे बड़ा जवानों में,
रानी ने तलवार खींच ली, हुआ द्वंद्ध आसमानों में.
ज़ख़्मी होकर वॉकर भागा, उसे अजब हैरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

रानी बढ़ी कालपी आई, कर सौ मील निरंतर पार,
घोड़ा थक कर गिरा भूमि पर, गया स्वर्ग तत्काल सिधार,
यमुना तट पर अँग्रेज़ों ने फिर खाई रानी से हार,
विजयी रानी आगे चल दी, किया ग्वालियर पर अधिकार.
अँग्रेज़ों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी राजधानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

विजय मिली, पर अँग्रेज़ों की फिर सेना घिर आई थी,
अबके जनरल स्मिथ सम्मुख था, उसने मुंहकी खाई थी,
काना और मंदरा सखियाँ रानी के संग आई थी,
यूद्ध क्षेत्र में ऊन दोनो ने भारी मार मचाई थी.
पर पीछे ह्यूरोज़ आ गया, हाय! घिरी अब रानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

तो भी रानी मार काट कर चलती बनी सैन्य के पार,
किंतु सामने नाला आया, था वो संकट विषम अपार,
घोड़ा अड़ा, नया घोड़ा था, इतने में आ गये अवार,
रानी एक, शत्रु बहुतेरे, होने लगे वार-पर-वार.
घायल होकर गिरी सिंहनी, उसे वीर गति पानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

रानी गयी सिधार चिता अब उसकी दिव्य सवारी थी,
मिला तेज से तेज, तेज की वो सच्ची अधिकारी थी,
अभी उम्र कुल तेईस की थी, मनुज नहीं अवतारी थी,
हमको जीवित करने आई बन स्वतंत्रता-नारी थी,
दिखा गयी पथ, सीखा गयी हमको जो सीख सिखानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

जाओ रानी याद रखेंगे ये कृतज्ञ भारतवासी,
यह तेरा बलिदान जागावेगा स्वतंत्रता अविनासी,
होवे चुप इतिहास, लगे सच्चाई को चाहे फाँसी,
हो मदमाती विजय, मिटा दे गोलों से चाहे झाँसी.
तेरा स्मारक तू ही होगी, तू खुद अमिट निशानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी.

Friday, March 6, 2020

दुनिया भर के कई देशों में अपना कहर बरपा रहा कोरोना वायरस अब भारत में भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है


दुनिया भर के कई देशों में अपना कहर बरपा रहा कोरोना वायरस अब भारत में भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है. शुक्रवार को भारत में कई संदिग्ध मरीज सामने आए हैं.

वाराणसी के बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कोरोना पीड़ित एक विदेशी संदिग्ध महिला भर्ती कराई गई है. सर्दी-जुकाम की शिकायत पर महिला को एहतियातन आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. बीएचयू में भर्ती विदेशी महिला अमेरिका की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि महिला शहर के अस्सी इलाके में रहकर संस्कृत पढ़ने-पढ़ाने का काम किया करती थी. जांच के लिए महिला का सैंपल ले लिया गया है.

दुनिया भर में कोरोना वायरस अब तक 3 हजार से ज्यादा लोगों की जिंदगी छीन चुका है. भारत में भी पिछले कुछ दिनों के भीतर कोरोना वायरस के कुल 31 मामले सामने आए हैं. इसके अलावा कुछ लोगों को शंका के आधार पर उन्हें अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है. शुक्रवार को यूपी से कोरोना के तीन और संदिग्ध मामले सामने आए. यूपी के लखनऊ, वाराणसी और हाथरस में एक-एक मरीज सामने आए हैं. इसके अलावा कोरोना वायरस के लक्षण के 12 मरीज राजस्थान के अस्पतालों में भर्ती किए गए हैं.
यूपी के ही एक अन्य शहर हाथरस में भी शुक्रवार को कोरेना का संदिग्ध मरीज जिला अस्पताल पहुंचा. युवक की जानकारी सामने आते ही जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. जानकारी के मुताबिक युवक नेपाल से यात्रा करके लोटा है. युवक तकलीफ होने पर जिला अस्पताल पहुंचा था. चिकित्सक इसे कोरोना का संदिग्ध केस मान रहे हैं. युवक को आइसोलेशन वार्ड में निगरानी में रखा गया है और सैंपल जांच के लिए भेजा गया है
शुक्रवार को पंजाब में कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया गया है. पंजाब सरकार ने प्रेस रिलीज जारी कर इसकी जानकारी दी है. इसके साथ ही पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए तमाम सरकारी कर्मचारियों को विदेशों में जाने के लिए दी जाने वाली छुट्टियों को फिलहाल रद्द करने के आदेश जारी किए हैं. इसके साथ ही विदेशों से वापस लौटे तमाम सरकारी कर्मचारियों को भी 14 दिन तक अपने घर के अंदर ही रहने और स्वास्थ्य जांच करवाने के निर्देश दिए गए हैं.


जम्मू और सांबा में कोरोना वायरस से दो लोगों के संक्रमित होने की आशंका के बाद जिले के सभी प्राथमिक विद्यालयों को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है. यह फैसला इन स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे बच्चों को वायरस के संक्रमण से बचाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर लिया गया है. राज्य सचिव रोहित कंसाल ने बताया कि दो लोगों के कोरोना वायरस के संक्रमित होने की जानकारी मिली, अधिकारियों के अनुसार दोनों ही पीड़ितों को तेज बुखार की शिकायत थी और दोनों के टेस्ट पॉजिटिव आने की अधिक संभावना है. बता दें कि दोनों ही लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था. लेकिन दोनों वहां से फरार हो गए थे. हालांकि बाद में उन्हें फिर से पकड़कर अस्पताल में रखा गया है.

काशी में शमशान की राख से होली का त्यौहार की शुरुआत ( Holi Festival in kashi)

  Holi Festival in kashi काशी में शमशान की राख से होली  के त्यौहार की शुरुआत उत्तर प्रदेश के वाराणसी में श्मशान घाट पर सैकडों शिवभक्तों  मान...